उत्तर प्रदेश कानपुर क्राइम

4 हजार की नौकरी करने वाला विकास दुबे का खजांची जय बाजपाई कैसे बना करोडपति

कानपुर चौबेपुर में हुए पुलिस बल पर कायराना हमले और 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का अपराधी विकास दुबे अभी भी पुलिस के शिकंजे से दूर है,वहीं कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के साथ तमाम लोगों के कनेक्शन और तसवीरें सामने आई,कुख्यात अपराधी विकास को पकड़ने के लिए यूपी एसटीएफ के साथ साथ 60 से ज्यादा टीमें उसकी खोज कर रही हैं,कहीं नेपाल,कहि मध्यप्रदेश व राजस्थान तो अब दिल्ली,हर तरफ से विकास के भाग जाने की खबरें आ रही हैं,ऐसे में एसटीएफ ने विकास के बेहद करीबी बताए जा रहे जय बाजपाई पर शिकंजा कसा है।

जय बाजपाई विकास दुबे
       अपराधी विकास दुबे के साथ जय बाजपाई

आपको बता दें कि कानपुर निवासी जय बाजपाई को यूपी एसटीएफ पूछताछ के लिए लखनऊ ले गयी है,विशेष सूत्रों से यह भी पता चल रहा है कि जय बाजपेयी अपराधी विकास दुबे का खजांची था,दोनों के बीच बिजनेस के साथ लेन देन का काम होता रहता था। जानकारी के अनुसार जय बाजपेयी ही विकास दुबे को लग्ज़री गाड़िया मुहैया कराया करता था,इसी बीच जय बाजपाई ने अपनी लग्ज़री गाड़ियां कल्याणपुर थाना अंतर्गत एक इलाके में छोड़ दी।

विकास दुबे

जब पुलिस की नज़र जय की इन लावारिस लग्ज़री गाड़ियों पर पड़ी तो एसटीएफ ने जय बाजपेई से पूछताछ की,जिसके बाद ये साफ हो गया कि जय बाजपेयी का अपराधी विकास दुबे के साथ करीबी सम्बंध था। गैंगस्टर विकास दुबे और जय बाजपाई की तमाम तस्वीरे भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं,वहीं पूरे मामले के बाद बताया जा रहा है कि जय ने अपने मोबाइल का डेटा डिलीट कर दिया है।

अचानक कहा से आई करोड़ों की सम्पत्ति

सूत्रों के अनुसार जय बाजपाई सात साल पहले कानपुर के ब्रह्म नगर इलाके में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था,जहां उसे सिर्फ 3-4 हज़ार रुपये ही महीने के मिलते थे लेकिन कुछ ही सालों में जय बाजपाई ने करोड़ों की दौलत शोहरत और संपत्ति बना ली,जिसके बाद जय ने दर्जनों मकान खरीदे। वहीं जय के परिवार व उसके भाई रजय के साथ भी पूछताछ की जा सकती है।