चौबेपुर थाने में तैनात पूर्व ऐसो विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा को एसटीएफ ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है,इसकी पुष्टि खुद कानपुर जिले के कप्तान दिनेश कुमार प्रभु ने की 2 व 3 जुलाई की रात में हुई मुठभेड़ के समय पुलिस टीम की जान खतरे में डालने के साथ मौके से फरार होने और मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के साथ संबंधित होने के शक में चौबेपुर थाने के पूर्व एसओ विनय तिवारी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया,इसके पहले पूर्व एसओ विनय तिवारी को मामले में संदिग्ध पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था।

आपको बता दें कि आज एसएसपी दिनेश कुमार पी ने वीडियो जारी कर बताया कि सबूतों को मिलने के बाद चौबेपुर थाने के पूर्व एसओ विनय तिवारी पर यह कार्यवाही की गई है,उन्होंने यह भी बताया कि विनय तिवारी ने ही विकास दुबे को पुलिस की रेड के बारे में पहले से ही विकास को सूचना दे दी थी। वही जब पुलिस विकास दुबे के घर दबिश देने गए तो विकास ने अपने बदमाशों के साथ मिलकर हमला कर दिया,जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

आपको बताते चलें कि चौबेपुर थाने के पूर्व थानाध्यक्ष विनय तिवारी के साथ साथ बीट प्रभारी केके शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है,बताया जा रहा है कि पूछताछ में कई ऐसी बातें सामने निकल कर आई हैं जिसके बाद विकास दुबे को पल-पल की अपडेट देने के बाद भी पता चल रही है, बिकरु कांड के बाद से फरार चल रहे मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे को पहले से ही संरक्षण देने का आरोप भी चौबेपुर थाने के पूर्व एसओ विनय तिवारी पर लग रहा था,जिसके बाद आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।