प्रमिला पाण्डेय
उत्तर प्रदेश कानपुर

अवैध चट्टों के लिए संग्राम, सपा विधायकों पहुंचे तो गुस्से में महापौर ने छोड़ी बैठक

 चमनगंज में एक दिन पहले चट्टे हटाने पर हुए पथराव का मामला शांत होते नहीं दिख रहा है. महापौर की अगुवाई में निकले दस्ते पर पथराव के बाद रविवार को जब चट्टा संचालकों की बैठक बुलाई गई तो थोड़ी देर बाद सपा के दोनों विधायक भी नगर निगम पहुंच गए. बिना बुलाए सपा विधायकों के पहुंचने पर महापौर उखड़ गईं और मामले में राजनीतिक दखलंदाजी की बात कहते हुए बैठक को बीच में छोड़ दिया. महापौर के जाने के बाद सपा विधायकों की नगर आयुक्त से भी बहस हुई. हालांकि बातचीत बेनतीजा निकलने पर सपा विधायक चले गए. अब इस मुद्दे पर फिर से हल निकाला जाएगा.

सपा इरफ़ान सोलंकी

बीच बैठक में बिना बुलाए सपा विधायकों के पहुंचने पर महापौर प्रमिला पांडेय के तेवर चढ़ गए.
महापौर के तेवर देख विधायक इरफान सोलंकी ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन महापौर ने कहा कि कल जब भीड़ ने हमला किया तो उनके साथ हादसा हो जाता. उस समय कोई नहीं आया. आज उन्होंने सिर्फ चट्टा संचालकों की बैठक बुलाई थी, विधायकों को नहीं बुलाया था. इस पर सपा विधायकों ने अपने क्षेत्र का हवाला देते हुए बैठक में आने की बात कही लेकिन महापौर नहीं मानी और कहा कि अब इस मामले में राजनीतिक दखलंदाजी हो रही है, जिसे वह स्वीकार नहीं करेंगी और बैठक छोड़ कर चली गईं.


घटनाक्रम

चट्टों के खिलाफ शहर में चलाए जा रहे ​अभियान की अगुवाई खुद महापौर प्रमिला पांडेय कर रही हैं. एक दिन पहले चमनगंज में जब चट्टों के खिलाफ अभियान चला तो यहां मौजूद भीड़ ने छतों से पथराव कर दिया. इस मामले में पांच नामजद समेत कई लोगों पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है. चमनगंज थाने में एक दिन पहले हुई पंचायत में महापौर ने रविवार को सभी को बैठक के लिए बुलाया था. इसी को लेकर शहर काजी हाजी मोहम्मद कुद्दूस की अगुवाई में चट्टा संचालक नगर​ निगम के समिति कक्ष पहुंचे थे. यहां पर चट्टों को लेकर बातचीत चल ही रही थी कि तभी सपा विधायक इरफान सोलंकी और अमिताभ बाजपेयी पहुंच गए.


बीच बैठक में बिना बुलाए सपा विधायकों के पहुंचने पर महापौर प्रमिला पांडेय के तेवर चढ़ गए.
महापौर के तेवर देख विधायक इरफान सोलंकी ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन महापौर ने कहा कि कल जब भीड़ ने हमला किया तो उनके साथ हादसा हो जाता. उस समय कोई नहीं आया. आज उन्होंने सिर्फ चट्टा संचालकों की बैठक बुलाई थी, विधायकों को नहीं बुलाया था. इस पर सपा विधायकों ने अपने क्षेत्र का हवाला देते हुए बैठक में आने की बात कही लेकिन महापौर नहीं मानी और कहा कि अब इस मामले में राजनीतिक दखलंदाजी हो रही है, जिसे वह स्वीकार नहीं करेंगी और बैठक छोड़ कर चली गईं.

सपा इरफ़ान सोलंकी

महापौर के जाने के बाद सपा विधायकों ने नगर आयुक्त् अक्षय त्रिपाठी से सवाल जवाब किए. सपा विधायकों ने कहा कि बिना किसी जानकारी के अभियान शुरू कर दिया गया. चट्टा संचालकों का उत्पीड़न किया जा रहा है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर चट्टों को हटाया जा रहा है. चट्टा संचालकों को कुछ समय दिया सकता है लेकिन अभियान नहीं रूकेगा. इसके अलावा एक दिन पहले पकड़े गए जानवरों को भी छोड़ने से इनकार कर दिया. इस पर सपा विधायक नगर आयुक्त से बहस करने लगे. नाराज सपा विधायक भी अफसरों और सरकार पर आरोप लगाते हुए बैठक से चले गए. इसके बाद महापौर फिर से बैठक करने आयीं लेकिन मामले का कोई हल नहीं निकल सका.