कानपुर:- सरसौल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उस वक्त हड़कंप मच गया,जब कानपुर देहात से आए हुए कोरोना संक्रमित मरीज ने आत्महत्या करने की कोशिश की। कानपुर देहात से रेफर कोरोना मरीज ने सैनिटाइजर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की,जिसके बाद अस्पताल प्रशासन और पूरे स्टाफ में हड़कंप मच गया। जिसके बाद उसे कानपुर के हैलट के कोविड-19 अस्पताल में रेफर किया गया है।
आपको बता दें कि कानपुर देहात जनपद में भादोही साहेबगढ़ झारखंड से आया युवक कोरोना संक्रमित निकला जिसके बाद उसे कानपुर के सरसौल स्थित सीएचसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया,आपको बता दें कि यहां पर उसे भर्ती कराने के बाद अचानक मिर्गी का दौरा आ गया और वह सीढ़ियों से गिर पड़ा इसके बाद किसी तरह उसे नियंत्रित कर लिया गया और कोरोना वार्ड में ले जाया गया,लेकिन जैसे ही उसे बेड पर लिटाया गया उसने अचानक मौका देखते ही पास रखे सैनिटाइजर की शीशी उठा ली और पलक झपकते ही शीशी खोल कर मुंह में लगा लिया। जिसे देखते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
जब तक अस्पताल प्रशासन युवक से शीशी को छीनता तब तक उसने आधी शीशी सैनिटाइजर गटक लिया,जिसके बाद सीएससी के डॉक्टरों के होश उड़ गए, सीएचसी प्रभारी डॉ एस एल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कानपुर देहात के सीएमओ को फोन किया तो वहां से जानकारी मिली कि मरीज पहले से ही मानसिक रूप से अस्वस्थ है,जिसके बाद डॉक्टर वर्मा का कहना है कि मिर्गी के दौरे आने का डायग्नोस्टिक टेस्ट किया जाएगा,जिसकी रिपोर्ट आनी है।
वही हालात बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर रामादेवी भेज दिया,वहां के चिकित्सकों ने भर्ती करने से साफ इनकार कर दिया,जिसके बाद लाला लाजपत राय हैलट अस्पताल में युवक को भर्ती कराया गया,वही चर्चा है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ कोरोना मरीज के रेफर करने से सरसौल के डॉक्टरों का कहना है कि उसे रात में रेफर क्यों किया,रेफर करने के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फोन नहीं उठाया।