नोएडा:- चीन के वुहान से निकलने वाला चाइनीस वायरस दुनियाभर में कोहराम मचा रहा है,इसी के चलते पूरे देश में लॉक डाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। तो वहीं भारत के लिए ऐसे में एक अच्छी खबर भी सामने आई है, कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर की कंपनियों ने अपने कारखानों को चीन से हटाने का निर्णय ले लिया है और दूसरे देशों में प्लांट लगाने की योजना भी बना रहे हैं,इसी बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने चीन से पलायन करने वाली कंपनियों को गौतम बुध नगर जनपद में जगह देने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसके चलते जनपद और प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरी के अवसर भी बनते नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि चीन में बड़ी संख्या में जापान,दक्षिण कोरिया,ताइवान,सिंगापुर,अमेरिका और यूरोप की कंपनियां काफी बड़ी मात्रा में अपना प्रोडक्शन हब चलाती हैं,लेकिन कोरोना वायरस के चलते इन सभी देशों की कंपनियों ने चीन से बाहर निकलने का मन बना लिया है। इसके चलते उन्हें जगह की जरूरत पड़ेगी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जगह चिन्हित करने की योजना भी बना ली है,ताकि इन सभी विदेशी कंपनियों को ऐसी जगह मुहैया कराई जाए जहां कंपनियों और रोजगार की इच्छा रखने वाले युवाओं को सहूलियत मिल सके।
उत्तर प्रदेश में आने वाली कंपनियों में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी नोएडा,ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के औद्योगिक विकास प्राधिकरण को ही मिलेगी इनमें फूड प्रोसेसिंग,गारमेंट और ऑटोमोबाइल की कंपनियां बड़े पैमाने पर शामिल है,आपको बता दें कि प्रदेश के सूक्ष्म एवं लघु उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने इस विषय पर बुधवार को एक संयुक्त बैठक भी की थी,जिसमें इन कंपनियों को जमीन देने पर विस्तार से विचार किया गया था। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में इन सभी कंपनियों को कैपिटल सब्सिडी देने का विचार किया जा रहा है।
इसकी जानकारी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने गौतम बुध नगर की तीनों विकास प्राधिकरण की बैठक में दी,औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने नोएडा,ग्रेटर नोएडा के सभी प्राधिकरणों के मुख्य कार्यपालक और चेयरमैन को इसके लिए तैयारी करने के निर्देश भी दे दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मंत्री सतीश महाना का कहना है कि को रोने से निपटने के बाद प्रदेश सरकार चीन से व्यापार को भारत में लाने के लिए तेजी से काम करेगी।