कानपुर की आयुध निर्माणी (OFC) में बनी हुई तोप यूरोप की सबसे पुरानी और तोप निर्माता कंपनी बोफोर्स को भा गई है,इसके बाद यूरोप की कंपनी ने कानपुर की आयुध निर्माणी को तो बनाने का ऑर्डर दिया ही है,वहीं इस आर्डर को 6 से 8 महीने से 8 महीने में पूरा करने की बात कही गई है। वही देखा जाए तो आयुध निर्माणी के निगमीकरण होने के बाद यह आर्डर मिलना मिलना आर्डर मिलना एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मई के अंत में आर्डर लिया गया था गया था, इसके बाद आयुध निर्माणी बोर्ड की ओर से आयुध निर्माणी में तोप निर्माण के संबंध में ऑर्डर के ऑफिशियल लेटर भी प्राप्त हो गए हैं,आपको बताते चलें कि स्वीडन की कंपनी ने भी आयुध निर्माणी में बनी तो को लेकर अच्छी रूचि दिखाई है,वही बोफोर्स कंपनी के अनुसार इस तोप को कानपुर में तैयार किया जाएगा। जिसके बाद ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के साथ-साथ फील्ड गन फैक्ट्री में भी तोप निर्माण किया जाएगा।

गौरतलब है कि पिछले साल मई में वह फोर्स कंपनी ने कंपनी ने कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को अपनी तोप अपग्रेड फैक्ट्री को अपनी तोप अपग्रेड करने के लिए कहा था,जिसके बाद तोप के अपग्रेडेड वर्जन का मॉडल बोफोर्स कंपनी को भेजा गया,जिसके बाद बोफोर्स कंपनी के डेवलपर इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तोप बनाने का ऑर्डर दे दिया है।
आपको बता दें कि 155×52 कैलिबर की यह तोप स्वदेशी है जिसकी बैरल 8 मीटर लम्बी है,मेक इन इंडिया मिशन के तहत इस तोप को भारत मे ही बनाया जाएगा वहीं अगर बात करें भारत मे बनी तोप को खरीदने वाली कम्पनी की तो यह वही कम्पनी है जिसकी तोप भारत की तत्कालीन केंद्र सरकार ने वर्ष 1986 को खरीदी थी और बाद में वह बोफोर्स घोटाले के नाम से मशहूर हो गयी थी,वहीं भारत मे बनी यह तोपें भारत की सीमाओं पर तैनात है और सेना इसका इस्तेमाल कर रहा है। भारत मे निर्मित इस तोप का नाम धनुष है।